जीवन मे सफलता हेतु इस नवरात्र में करें यह अचूक उपाय।
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नवरात्रि ज्योतिष उपाय |
नवरात्र में किये गए उपाय शीघ्र फलदायी होते है। यहां मैं ऐसा ही एक साधारण मगर अचूक ज्योतिषीय उपाय बताने जा रहा हूँ जिसे पूर्ण श्रद्धा एवं विश्वास से करने से आप के जीवन में अवश्य सुख का वास होगा । माता रानी की कृपा से आप के जीवन में मिल रहे किसी भी क्रूर ग्रह का अशुभ प्रभाव समाप्त होगा व आप को दुर्भाग्य से छुटकारा मिलकर जीवन में शौभाग्य की प्राप्ति होगी। यह उपाय बहोत ही साधारण है। इसे हर कोई कर सकता है। वह भी जिनकी कुंडली न हो।
होता है रुद्राक्ष धारण करने से लाभवैसे तो नव दिन के नवरात्रों का हर दिन पवित्र व प्रभावशाली है पर महाष्टमी और महानवमी का दिव्य अवसर इस उपाय के लिए सर्वोत्तम है।
इस दिन सर्वप्रथम स्नान आदि से निवृत्त होकर उत्तर दिशा की ओर मुख करके लाल आसन पर बैठ जाएं। और माता दुर्गा का चित्र अपने सामने चौकी पर लगा लें अपने सामने तेल के 9 दीपक जला लें। ये दीपक उपाय पूर्ण होने तक जलते रहने चाहिए।
एक पिले रंग का कोरा कागज लें भोजपत्र हो तो उत्तम इनके अभाव में कोई भी कोरा कागज लें जिसपर कोई लाइन न खिंची हो कागज एकदम कोरा हो और उसपर चित्र में दिखाई गई कुंडली की तरह बारह खानों का चित्र पेंसिल से बनाएं और अपनी कुंडली में बैठे हुए ग्रह को उन्ही स्थानों में जगह दें जिन स्थान में जो ग्रह आप की कुंडली में हों , जिनको अपनी कुंडली नहीं पता वह सिर्फ कुंडली के बारह खानों का चित्र बना लें व उस कागज को माता रानी के सामने चौकी पर रख दें।
अब मातारानी का धूप-दीप-पुष्प-नैवेद्य तथा कुमकुम से विधिवत पूजन करें। पूजन के पश्च्यात स्फटिक की माला से
ॐ ह्रीं दुं दुर्गायै नमः
मंत्र का एक माला जप करें जप की समाप्ति पर किसी भी लाल रंग की कलम ( पेन ) से बनाये हुए कुंडली के एक खाने में
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नवरात्रि ज्योतिष उपाय |
ह्रीं
मंत्र को लिख दें । दुबारा फिर ॐ ह्रीं दुं दुर्गायै नमः
मंत्र की एक माला स्फटिक के माले से जपें और मंत्र जप के बाद बने हुए कुंडली के चित्र के दूसरे खाने में फिर से
ह्रीं
मंत्र लिख दें इसी तरह लगातार एक माला जप के पश्च्यात चित्र के अगले खाने में
ह्रीं
मंत्र लिखते जाएं जबतक की कुंडली के चित्र में हर खाने में
ह्रीं
न लिख जाए। याद रक्खें कुंडली के हर खाने का अपना महत्व है कोई खाना धन का है, तो कोई खाना बल का , कोई खाना कार्य क्षेत्र का है तो कोई खाना भाग्य का, इसी तरह कुंडली के हर खाने हमारे जीवन के किसी न किसी महत्वपूर्ण विषयों से संबंधित है। और उन खानों पर किसी न किसी शुभ-अशुभ ग्रहों का प्रभाव होता है। इस उपाय के करने से माता रानी के इस शक्तिशाली मंत्र के प्रभाव से हमारे कुंडली के हर भाव नियंत्रित और प्रभवशाली हो जाएंगे तथा हमारे लिए क्रूर ग्रहों का प्रभाव भी शुभ होने लगेगा ।
ज्योतिष और रत्न विज्ञान
पूजन के उपरांत इस कागज़ को मोड़कर अपने कमीज की ऊपरी जेब में सदा अपने पास रक्खें जिनकी कुंडली नही पता, जिन्होंने ग्रहों को नहीं बिठाया वे कागज मोड़ते समय अपनी एक पासपोर्ट साइज फोटो उस कागज में साथ में मोड़ लें। जो कमीज नहीं पहनकर टी-सर्ट पहनते हैं वे उस कागज को अपने घर में कहीं भी सुरक्षित व पवित्र स्थान पे रख दें हाँ भूलकर भी पर्स में न रक्खें।
अतः बिना शंका के पूर्ण विश्वाश और श्रद्धा के साथ आप इस उपाय को करें और जीवन की हर राह में माता रानी की कृपा और उनके आशीर्वाद, मन्त्र के प्रभाव से ढेरों सफलता, धनलाभ, स्वास्थ्य एवं ढेरों खुशियां प्राप्त करें।
जय माता दी पाठकों ।
।। इति शुभम्।।
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