mesh lagna ke liye ratna । मेष लग्न के लिए रत्न
रत्न विज्ञान ज्योतिष
रत्नों का चुनाव करने में लग्न की स्थिति विशेष महत्वपूर्ण होती है। विभिन्न लग्नो के लिए कौन- कौन से रत्न शुभ या अशुभ होते हैं । जानने के लिए आप हमसे संपर्क कर सकते हैं। पं. उदय प्रकाश शर्मा
शुभ रत्न का चुनाव करते समय यह अवश्य ध्यान रखना चाहिए की जिस ग्रह के रत्न को आप धारण करने वाले है, वह जन्मकुण्डली में शुभ भावों का स्वामी हो, यदि कोई ग्रह अशुभ भावों का स्वामी होकर आप को पीड़ित कर रहा हो, तो उसकी शांति हेतु मन्त्र जप, पूजा-अनुष्ठान आदि करवाना लाभप्रद होता है।
मेष लग्न में रत्न का चुनाव
यह सत्य है की लग्न ही व्यक्तित्व का परिचायक होता है, मेष लग्न हिम्मत और पराक्रम का लग्न होता है, इस लग्न के जातक तेज तर्रार और बलशाली होते हैं, यह असंभव को संभव करने वाले जुझारू प्रवित्ति के व्यक्ति होते हैंI आइये जानते हैं कि इस लग्न के जातकों को कौन कौन सा रत्न धारण करना चाहिए और कौन से रत्न से परहेज करना चाहिए?
मेष लग्न में सूर्य रत्न माणिक्य Ruby
मेष लग्न के लिए सूर्य पंचम भाव का स्वामी होकर शुभ ग्रह बनता है। अतः उच्च शिक्षा में सफलता, संतान सुख अथवा अपने उच्चाधिकारियों की कृपा प्राप्ति, मंत्री पद, मान-सम्मान हेतु माणिक्य रत्न धारण करना शुभ होगा। पर माणिक्य भी तभी धारण करना चाहिए जब सूर्य जन्म कुंडली के 2, 6, 7, 8, 12 भाव में न हो ।
मेष लग्न में चन्द्र रत्न मोती Pearl
इस लग्न में चंद्रमा चतुर्थ भाव का स्वामी होता है। यदि चन्द्रमा जन्मकुण्डली में निर्बल हो तो आप को मानसिक एवं पारिवारिक समस्याएं घेरे रहेंगी। अतः ऐसी स्थिति में जीवनपर्यंत मोती रत्न धारण करना लाभप्रद होगा। मोती आप के मन को मजबूत करेगा, माँ का स्वास्थ्य अच्छा रहेगा, सुख साधनों में वृद्धि करेगा, तथा मकान लेने का योग बनाएगा।फिर भी अपने ज्योतिषी से परामर्श अवश्य ले लें। अगर चन्द्रमा 1, 2, 4, 5, 7, 9, 10, 11 वें भाव में हो तो मोती रत्न खूब लाभदायक होगा वहीँ अगर चन्द्र 3, 6, 8 वें भाव में हो तो इसे न धारण करें।
मेष लग्न में मंगल रत्न मूंगा Coral
मेष लग्न में बुध रत्न पन्ना Emerald
इस लग्न के व्यक्ति के लिए पन्ना अनुकूल नहीं होता क्यों की वह तृतीय एवं षष्ठ भाव का स्वामी होता है। यदि जन्मकुण्डली में बुध ग्रह पीड़ित हो तो जीवन में व्यर्थ विवाद, अस्थिरता, धन हानि, ऋण एवं रोग पीड़ा का सामना करना पड़ता है। इससे बचने के लिए पन्ना धारण के स्थान पे बुध ग्रह का मन्त्र जप करना श्रेष्ठ होता है।
मेष लग्न में गुरु रत्न पुखराज Yelllo Topaz
पुखराज इस लग्न वालों के लिए भाग्यवर्धक होता है गुरु इस लग्न में नवम भाग्य भाव एवं द्वादश भाव का स्वामी होता है, परासर ज्योतिष के अनुसार द्वादशेश अपनी दूसरी राशि का फल करता है। अतः गुरु को पुखराज पहन कर बलवान् किया जाये तो जीवन में मान प्रतिष्ठा, बुद्धि, बल, ज्ञान-विज्ञान धन-धान्य, उच्च स्तरीय सफलता, परिवारिक सुख, बड़े लोगों से संपर्क, सरकरी नौकरी, एवं विदेश यात्रा से लाभ प्राप्त होगा। अगर कुंडली में मंगल शुभ भाव में हो तो मूंगा रत्न के साथ पुखराज धारण करना बहोत शुभ होगा, पर कुंडली में गुरु 3, 6, 8, 10 वें भाव में हो तो पुखराज धारण नहीं करना चाहिए।मेष लग्न में शुक्र रत्न हिरा Daimond
इन लग्न के जातकों के लिए शुक्र रत्न हिरा पहनना शुभ नहीं होता। इस लग्न में जहाँ शुक्र दो शुभ भाव सप्तम व द्वितीय का स्वामी है वहीँ मारकेश भी बनता है, अगर यह शुभ फल देगा तो अशुभ फल भी देगाI अगर इसकी महादशा चल रही हो और यह कुंडली के शुभ भाव में हो तो जैसे 1, 2, 3, 4, 5, 7, 10, 11, 12 तो अपने ज्योतिषी से सलाह लेकर विशेष परिस्थितियों में धारण किया जा सकता है।
रुद्राक्ष पहनने से लाभ
रुद्राक्ष पहनने से लाभ
मेष लग्न में शनि रत्न नीलम Blue sapphire
मेष लग्न के जातक को शनि का नीलम नहीं धारण करना चाहिए यहां शनि दशम, एकादश का स्वामी होकर अकारक ग्रह होता है, यह लग्नेश मंगल का शत्रु भी है अतः इस लग्न के जातकों को शनि रत्न नीलम धारण नहीं करना चाहिए, अगर यह 2, 4, 5, 7, 9,10 11 वें भाव में हो और उसकी दशा हो तो अपने ज्योतिषी से परामर्श लेकर विशेष परिस्थितियों में नीलम रत्न धारण किया जा सकता है पर मेरे अनुभव में यही है की मेष लग्न के जातक नीलम धारण करने से बचें।मेष लग्न में राहू रत्न गोमेद Onyx
मेष लग्न के जातकों को राहू रत्न गोमेद धारण नहीं करना चाहिए, अगर राहू की महादशा चल रही हो तो इसकी पूजा करना ही उचित होगा।मेष लग्न में केतु रत्न लग्सुनिया Cat.s Eye
मेष लग्न के जातकों को केतु रत्न लहसुनियाँ न ही धारण करें तो उचित है फिर भी विशेष परिस्थितियों में अपने ज्योतिष से सलाह कर के 1, 3, 6, 9,11 वें भाव में केतु हो और शुभ प्रभाव में हो और इसकी महादशा चल रही हो तो धारण कर सकते हैं अन्यथा इस रत्न से दुरी ही भली। केतु की पूजा करना ज्यादा शुभ होगा।।।इति शुभम्।।
some of you popular article
- सूर्य ग्रह के सम्पूर्ण मन्त्र एवं अचूक उपाय
- चन्द्र ग्रह के सम्पूर्ण मन्त्र एवं अचूक उपाय
- मंगल ग्रह के सम्पूर्ण मन्त्र एवं अचूक उपाय
- बुध ग्रह के सम्पूर्ण मन्त्र एवं अचूक उपाय
- वृहस्पति ग्रह के सम्पूर्ण मन्त्र एवं अचूक उपाय
- शुक्र ग्रह के सम्पूर्ण मन्त्र एवं अचूक उपाय
- शनि ग्रह के सम्पूर्ण मन्त्र एवं अचूक उपाय
- राहु ग्रह के सम्पूर्ण मन्त्र एवं अचूक उपाय
- केतु ग्रह के संपूर्ण मन्त्र एवं अचूक उपाय
- वास्तुशास्त्र का जीवन में उद्देश्य
- वास्तुपुरुष मंडल
- कम्पास से घर की सही दिशा कैसे जाने
- फैक्ट्री निर्माण के वास्तु सूत्र
- जिओपैथिक स्ट्रेस
- वास्तुशास्त्र अनुसार दिशा का ज्ञान
- अरोमा वास्तु एवं सुगंध चिकित्सा
- घर का वास्तु और हमारे पारिवारिक रिश्ते
- वास्तु के अनुसार पढाई का कमरा
- घर में नेगेटिव एनर्जी
- फैक्ट्री वास्तु
- Emf घर में इलेक्ट्रो मैग्नेटिक रेडिएसन से नुकसान
- उद्योग व्यापर में वास्तु दोष
- वास्तु के अनुसार किस City में रहने से होगा लाभ
- कुंडली से वास्तु दोष निवारण
- कुंडली के अनुसार घर लेने का योग
- किस दिशा में ग्रह बलवान होते हैं
- कुंडली मिलान
- मंगल दोष प्रभाव व परिहार
- कुंडली में शिक्षा के योग
- कुंडली में संतान योग
- नवग्रह मन्त्र एवं उपाय
- आभामंडल क्या है ?
- रुद्राक्ष पहनने के फायदे
- कौन सा रुद्राक्ष धारण करें
- कुंडली अनुसार रत्न धारण
- अंक ज्योतिष एवं अंक फल
- वृषभ राशी और जीवन का फल
- जन्म दिन और स्वभाव
- मेष राशी और जीवन का फल
- कालसर्प योग के प्रकार
- कालसर्प योग के उपाय
- नवरात्रि में ज्योतिष उपाय
- रत्न विज्ञान ज्योतिष
- मेष लग्न के लिए लाभकारी रत्न
- कुंडली से आयु का विचार
- शनि ग्रह का कुंडली के 12 भावों में फल
- महादशा एवं अन्तर्दशा के फल
- युग तथा वैदिक धर्म
best astrologr and vastu consultant in india uday praksh sharma
mob- 9867909898 / 9821889092
वेवसाइट- www.udayvastu.com www.astrouday.com![]() |
gemstone expert uday prakash sharma |
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें