mesh rashi । मेष राशी और जीवन का फल
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mesh rashi ka fal |
मेष राशि भचक्र की पहली राशि होती है. भचक्र पर इसका विस्तार 0 से 30 अंशों तक का होता है. इस राशि के अंतर्गत अश्विनी नक्षत्र के चार चरण, भरणी नक्षत्र के चार चरण और कृत्तिका का प्रथम चरण आता है।
इसके नामाक्षर- चू, छे, चो, ला, लि, लू, ले, लो, अ हैं ।
इस राशि का प्रतीक चिन्ह मेढा होता है जिसे आम बोलचाल की भाषा में भेड़ा कहा जाता है। काल विधान के अनुसार आप लोक कल्याण की इच्छा रखने वाले होते हैं। साधारण मकान में भी स्वतन्त्र रहना, समता विहीन होना, समय की गति से परिचित रहना और परिग्रह का त्याग करना इस राशि वालों की विशेषता है।
आप उष्ण प्रकृति वाले, रक्तपित्त की अधिकता तथा तामसी खान-पान वाले होते हैं। दुबला-पतला शरीर, मध्यम ऊँचा कद, उग्रदृष्टि, विद्याध्ययन में सफल, सामान्य बुद्धि, बंधु पिता व जन्मभूमि से दूर रहते हुए सुखी रहने वाले, चंचल स्वभाव, कामकला में कुशल, एकांतवास में रूचि व सेवा सुश्रुषा करने में चतुर होते हैं। स्वल्प संतान सुख, घुटना कमजोर, गुप्त ढंग से काम करने की प्रवृत्ति, सर व मुख पर कोई चोट का निसान होना संभव होता है।
मंगल के राशिपति होने से आप में साहस, दूरदर्शिता व उत्तम सामर्थ्य शक्ति होती है।मंगल में इतनी अमोघ शक्ति व अद्भुत जादू विद्दमान है कि जरा भी अच्छा समय आने की आशा हो तो मरणासन्न अवस्था में भी आप में जीवित रहने की तिव्र अभिलाषा प्रगट होती है।इसके प्रभाव से आप सत्ता के अधिकारी भी हो सकते हैं। मेष राशि के जातकों में जन्म से नेतृत्व के गुण होते हैं।
राशिचक्र की आरंभिक राशि होने के कारण आप उत्तरोतर (आगे-आगे) ही जाना चाहते हैं। हारना आप बर्दाश्त नहीं कर सकते अत: आप अधिकतर सफ़लता ही हासिल करते हैं। आपका यह गुण जीवन के हर क्षेत्र में नजर आता हैं। जब आप के जीवन वृत्ति की बात आती हैं तो आप बेहतरीन कैरियर पाने के लिए अपना सारा कौशल लगा देते हैं। प्रत्येक कार्य में बढ़-चढ़ कर भाग लेना आप को अच्छा लगता है। प्रायः सभी स्थानों में अग्रणीय रहना चाहते हैं।खेल कूद में भाग लेना आपको पसंद है इसी के साथ साथ आपको नए-नए परिधानों को पहनने का शौक भी हो सकता है।चुनौतियां स्वीकार करना आपको अच्छा लगता है और आप शारीरिक श्रम करने से पीछे नहीं हटते हैं। साहस, दृढ़ता, संकल्पशक्ति, उत्साह व आत्मविश्वास आपकी अन्य विशेषताएं होती हैं। आपमें क्रोध अधिक होता है जिसके कारन आप अपना कई बार नुक्सान कर बैठते हैं। आप के काम में भी बदलाव की प्रवृत्ति देखी जा सकती है. आप अचानक से और अनायास होने वाले फैसलों या बदलावों के लिए तैयार रहते हैं. कभी-कभी बिना विचार, मनन किए बिना भी शीघ्रता से आप कोई काम करना शुरू कर सकते हैं, मेष राशि एक चर अर्थात चलायमान राशि है इसलिए आप अधिकतर समय गतिशील रहते हैं, आप में उत्सुकता का भाव भी अधिक होता है, हर किसी बात के विषय में जानने के लिए आप सदैव आतुर रहते हैं. आप प्रतिस्पर्धा से घबराते नहीं है।
इसके नामाक्षर- चू, छे, चो, ला, लि, लू, ले, लो, अ हैं ।
इस राशि का प्रतीक चिन्ह मेढा होता है जिसे आम बोलचाल की भाषा में भेड़ा कहा जाता है। काल विधान के अनुसार आप लोक कल्याण की इच्छा रखने वाले होते हैं। साधारण मकान में भी स्वतन्त्र रहना, समता विहीन होना, समय की गति से परिचित रहना और परिग्रह का त्याग करना इस राशि वालों की विशेषता है।
आप उष्ण प्रकृति वाले, रक्तपित्त की अधिकता तथा तामसी खान-पान वाले होते हैं। दुबला-पतला शरीर, मध्यम ऊँचा कद, उग्रदृष्टि, विद्याध्ययन में सफल, सामान्य बुद्धि, बंधु पिता व जन्मभूमि से दूर रहते हुए सुखी रहने वाले, चंचल स्वभाव, कामकला में कुशल, एकांतवास में रूचि व सेवा सुश्रुषा करने में चतुर होते हैं। स्वल्प संतान सुख, घुटना कमजोर, गुप्त ढंग से काम करने की प्रवृत्ति, सर व मुख पर कोई चोट का निसान होना संभव होता है।
मंगल के राशिपति होने से आप में साहस, दूरदर्शिता व उत्तम सामर्थ्य शक्ति होती है।मंगल में इतनी अमोघ शक्ति व अद्भुत जादू विद्दमान है कि जरा भी अच्छा समय आने की आशा हो तो मरणासन्न अवस्था में भी आप में जीवित रहने की तिव्र अभिलाषा प्रगट होती है।इसके प्रभाव से आप सत्ता के अधिकारी भी हो सकते हैं। मेष राशि के जातकों में जन्म से नेतृत्व के गुण होते हैं।
राशिचक्र की आरंभिक राशि होने के कारण आप उत्तरोतर (आगे-आगे) ही जाना चाहते हैं। हारना आप बर्दाश्त नहीं कर सकते अत: आप अधिकतर सफ़लता ही हासिल करते हैं। आपका यह गुण जीवन के हर क्षेत्र में नजर आता हैं। जब आप के जीवन वृत्ति की बात आती हैं तो आप बेहतरीन कैरियर पाने के लिए अपना सारा कौशल लगा देते हैं। प्रत्येक कार्य में बढ़-चढ़ कर भाग लेना आप को अच्छा लगता है। प्रायः सभी स्थानों में अग्रणीय रहना चाहते हैं।खेल कूद में भाग लेना आपको पसंद है इसी के साथ साथ आपको नए-नए परिधानों को पहनने का शौक भी हो सकता है।चुनौतियां स्वीकार करना आपको अच्छा लगता है और आप शारीरिक श्रम करने से पीछे नहीं हटते हैं। साहस, दृढ़ता, संकल्पशक्ति, उत्साह व आत्मविश्वास आपकी अन्य विशेषताएं होती हैं। आपमें क्रोध अधिक होता है जिसके कारन आप अपना कई बार नुक्सान कर बैठते हैं। आप के काम में भी बदलाव की प्रवृत्ति देखी जा सकती है. आप अचानक से और अनायास होने वाले फैसलों या बदलावों के लिए तैयार रहते हैं. कभी-कभी बिना विचार, मनन किए बिना भी शीघ्रता से आप कोई काम करना शुरू कर सकते हैं, मेष राशि एक चर अर्थात चलायमान राशि है इसलिए आप अधिकतर समय गतिशील रहते हैं, आप में उत्सुकता का भाव भी अधिक होता है, हर किसी बात के विषय में जानने के लिए आप सदैव आतुर रहते हैं. आप प्रतिस्पर्धा से घबराते नहीं है।
मेष राशी और आप की शारीरिक संरचना
आप के तीखे नैन-नक्श होते हैं, उन्न्त ठोढ़ी,नाक और भरा हुआ उपरी ओंठ । आंखे दूरस्थ दुरी पर होती हैं भौंहे घनी होती हैं । आप का बोलने का ढंग भड़कीला होता हैं । आप चलने में तो तेज होते हैं पर सलीका बिल्कुल नहीं होता हैं। आप औसत ऊँचाई के होते हैं और आप का रंग दबा हुआ हो सकता हैं ।आप की उपस्थिति विवादपूर्ण भी हो सकती हैं। आप आमतौर पर भड़कीले या सनकी प्रतीत होते हैं। अक्सर प्रफूल्ल, ऊर्जावान और अपरिष्कृत दिखाई पड़ते हैं। आप लाल रंग पसंद करते हैं। दरअसल, आप विचारशीलता से ताल्लुक नहीं रखते हैं।मेष राशी और आप का तत्व
मेष राशी का तत्व अग्नि है जो बहुत ताकतवर हैं। आपमें अग्नि की पूरी गर्माहट होती हैं। आपके अन्दर की भरपूर उर्जा में शायद ही कभी कमी आयेगी। आपमें सबसे अच्छी बात यह हैं कि आप जहां भी जायेंगे अपनी उर्जा का प्रकाश सब जगह फ़ैलायेंगे और सबको इसका समान फ़ायदा पंहुचेगा।आपमें जीवट शक्ति बहुत हैं अत: आप कठिनाईयों से आसानी से बाहर निकल आते हैं।मेष राशी और आप के गुण
अगर आप के कुछ मित्र किसी परेसानी में, मायूस होकर बैठे हैं तो आप के आते ही उन सब में जान आ जाती है। आपकी सबसे बड़ी शक्ति आपका साहस हैं । आप जिन्दगी की चुनौतियों का बिना किसी भय के मुकाबला करतें हैं। स्वतंत्रता, उदारता, उत्साह, उमंग, आशावाद और धैर्य आपके सकारात्मक गुण हैं । (आप अक्सर कहते हैं कि कोई बात नहीं सब हो जायेगा)मेष राशी और आप की कमजोरियां
आप जिद्दी और हठी भी होतेहैं। आप अक्सर अपने लोगों की सलाह नहीं मानते हैं और आप जो सोचते हैं वही करना चाहते हैं।आप तुनकमिजाज हो जाते हैं खासकर जब आपको बाधाओं और आलोचनाओं का सामना करना पड़ता हैं। आप को जब भी कोई अपना सिख देने की कोशिश करता है आप प्रायः झल्ला उठते हैं।मेष राशी और आप का स्वास्थ्य
आप उर्जा,शक्ति और ताकत से भरपूर होते हैं। आप को सिर,पेट और किडनी से सबंधित बिमारियां होने की संभावना रहती हैं।इसके लिए आप को अतिरिक्त देखभाल की आवश्यकता हो सकती हैं अन्यथा माइग्रेन, अपच या किडनी में पथरी होने की संभावना बनी रहती हैं।यह सब बहुत अधिक तनाव होने या खान-पान की गलत आदतो की वजह से हो सकता हैं।आवेगी होने के कारण दुर्घटना की संभावना अधिक रहती हैं पर आप काफ़ी मजबूत होते हैं।मेष राशी और आप का प्यार
आप के लिए प्यार एक जरुरत है जिसे पूरा किया जाना चाहिये। आप प्यार को अपना जन्मसिद्ध अधिकार समझते हैं। प्यार में सब कुछ हासिल करने से झिझकते नहीं हैं। आप ऐसी जगह में भी जाने से नहीं हिचकते हैं जो कम लोकप्रिय हो पर आप की रुचि का हो। प्यार से विमुख होने पर आप मुरझा जाते है। प्यार में अवांछित प्रतिरोध आने से आप अवाक् हो जाते हैं और जीवन से डर जाते हैं। संबधो में आप को हर समय तव्वजो चाहिए रहती है। अनदेखा करना आप पसंद नहीं करते हैं। प्यार में अस्वीकृति को आप चुनौती के रुप में लेते हैं। और अपनी मंजिल मिलने तक उसके पीछे पड़े रहते हैं। आप अपने साथी की जरूरतों और मांगों का बड़ा ध्यान रखते हैं। आप अपने प्यार का बड़े प्यार और लाड़ दुलार से ख्याल रखते हैं।मेष राशि के लोग प्रभावी होते हैं इन्हे आज्ञाकारी साथी की जरुरत होती हैं। प्यार में खुश और संतुष्ट मेष राशि के जातक उदार, हंसमुख और साहसिक होते हैं।मेष राशी और आप के लिए उपयुक्त कैरियर
इस राशि का स्वामी ग्रह मंगल है, यह एक अग्नि तत्व राशि है। मंगल से प्रभावित होने पर इस राशि में क्रूरता का भाव भी निहीत होता है। इस राशि के प्रभाव स्वरूप आपका व्यवसाय भी इससे प्रभावित रह सकता है। आप में बाहुबल का प्रदर्शन करने की प्रवृत्ति देखी जा सकती है। मेष राशि के होने से आप सेना, पुलिस, जासूसी, सुरक्षाबल, कमांडो, बम निरोधक दस्ते, खेल-कूद, सर्जन अथवा धातु से संबंधित कार्य कर सकते हैं। प्रशासनिक विभाग में कार्य करने वाला, वन्य विभाग में कार्यरत, सर्जरी, चिकित्सा में अथवा आई.ए.एस या नेता के रूप में कार्यरत हो सकते हैं। खेलकूद में, नौसेना रक्षक, संवादक या उपदेशक, नेता, फाईनेंस में, होटल, रेस्तरां, चिकित्सा, कृषि और बिजली के उपकरणों के क्षेत्र में भी कार्य कर सकते हैं।अर्थात आप हर वह कार्य कर सकते हैं जिसमे हिम्मत व बहादुरी की आवश्यकता होती है।मेष राशी के इष्ट देवता और मन्त्र
मेष राशी के इष्टदेवता सूर्य देव व शिव जी हैं। मन्त्र ॐ घृणि: सूर्याय नमः या ॐ नमः शिवाय । आप को अपने चहुमुखी कल्याण के लिए सूर्य देव व भगवान शिव की आराधना, पूजा और अधिक से अधिक मन्त्र जप करना चाहिए ।
।।इति शुभम्।।
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बहुतअच्छी जानकारी है बताने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद गुरु जी
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